किसका एह्सान !!
आदमी ने शराब की बूंदों पर एहसान जताया :
बहुत खुशनसीब होतीं हैं मय की वो बूँदें,
जो प्याले मे गिर ज़ाम कहलाती हैं ।
वरना यूं तो लोग ज़हर भी निगल जातें हैं ॥
पलट कर बूंदों का जवाब आया :
बहुत खुशनसीब होते हैं वो लोग,
जो मय की बूंदों का दीदार पाते हैं,
यारों संग उस जाम में ज़िन्दगी की ख़ुमार पाते हैं ।
वरना दवा के नाम पर हमसे,
अक्सर ये जिंदगी बर्बाद होती है ॥