yaaran-da-tussion
In celebration of the spirit of Friendship and Life....
Saturday, July 16, 2016
मैं गलतियों का पुतला ही सही,
पर अपनी आदतों से अपनी पहचान बनाता हूँ ।
छूट जाए तेरे स्मृति-पटल पर,
मैं अपनी एक ऐसी पहचान बनाता हूँ।
मत ख्याल-ओ-लिहाज़ की जंज़ीरों में जकड मुझे,
मैं अपनी बेशर्मी से बेनामी का कुहरा मिटाता हूँ ॥
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)